Dehradun Accident: पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, इंजीनियरिंग छात्र की दर्दनाक मौत, दो दोस्त गंभीर रूप से घायल

देहरादून | रविवार, 9 नवंबर 2025

देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। सेलाकुई से सहसपुर की ओर आ रही एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर विपरीत दिशा में जा पहुंची और सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। हादसे में बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी सत्यम कुमार उर्फ हर्षराज (22 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए।

घायलों की पहचान बिहार निवासी विनीत (21 वर्ष) और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी सौरभ सिंह (24 वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों युवक सहसपुर स्थित जेबीआईटी (JBIT) कॉलेज में इंजीनियरिंग के छात्र बताए जा रहे हैं।


🕑 हादसे की पूरी घटना

कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार, शनिवार रात करीब 2:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि रामपुर क्षेत्र में बड़ी मस्जिद के पास एक कार पेड़ से टकरा गई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त थी। अंदर तीन युवक फंसे हुए थे, जिन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया।

तीनों को गंभीर अवस्था में 108 एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहसपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सत्यम कुमार को मृत घोषित कर दिया। जबकि विनीत और सौरभ सिंह की हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया।


🏥 घायलों का इलाज जारी

सूत्रों के मुताबिक, विनीत का उपचार दून अस्पताल में और सौरभ सिंह का इलाज धूलकोट स्थित ग्राफिक एरा अस्पताल में चल रहा है। दोनों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

पुलिस ने मृतक का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, वहीं परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है।


🚓 पुलिस ने की जांच शुरू

पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह मामला तेज रफ्तार और वाहन नियंत्रण खोने के कारण हुआ प्रतीत होता है। वाहन को जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।


🔹 उल्लेखनीय है कि देहरादून-पांवटा मार्ग पर आए दिन तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसे हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे गति सीमा का पालन करें और रात के समय वाहन चलाते वक्त विशेष सावधानी बरतें।

Previous articlePM Modi Dehradun Visit Live: ‘मेरा उत्तराखंड से गहरा लगाव’ — पीएम मोदी बोले, “हर वर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं, उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है”
Next articleUttarakhand Earthquake: थराली और बागेश्वर सीमा पर भूकंप के तेज झटके, घबराकर घरों से बाहर निकले लोग