देश को तरक्की की राह पर ले जाने वाले हमारे जन प्रतिनिधि मृत्यु प्रमाणपत्र में मृत व्यक्ति की उज्जवल भविष्य की कामना कर रहे हैं। अब ऐसे जन प्रतिनिधियों से हम कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि ये समाज और जनता का विकास करेंगे जिन्हें इतनी भी समझ नहीं है कि मृत्यु प्रमाण पत्र में क्या लिखना चाहिए और क्या नहीं लिखना है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मृत्यु प्रमाण पत्र में कितनी सच्चाई है ये तो जांच का विषय है लेकिन हरिद्वार जनपद के बहादराबाद ब्लॉक स्तिथ ग्रामसभा नसीरपुर कलाँ की प्रधान बाला देवी के लैटरपैड पर बने इस मृत्यु प्रमाण पत्र पर साफ साफ लिखा है कि वो मृतक को भली भांति जानती है और उनके उज्वल भविष्य की कामना करती है। इनके इस पत्र से मृतक का भविष्य भले ही उज्जल हो या न हो पर इतना तो साफ है कि उस ग्राम सभा में निवास करने वाले लोगो का भविष्य उज्ज्वल कभी नही हो पायेगा अगर उन्होंने आगे भी इस तरह के जनप्रतिनिधियों को चुना। ऐसे जनप्रतिनिधी की योग्यता आज सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे समाज को पता चल रही है।
इससे पूर्व ऐसा ही एक और मामला कुछ समय पहले ही सामने आया था जहा सोनभद्र जिले के गांव बढौली के ग्राम प्रधान ने भी एक व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया और मृत व्यक्ति के उज्जवल भविष्य की कामना भी की थी। तब भी ग्राम प्रधान द्वारा लिखा गया वो लेटर सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था।