देहरादून: उत्तराखंड में अब जू के लिए वन विभाग को अपनी ही लैंड ट्रांसफर नहीं करानी पड़ेगी। केंद्र ने जू को फारेस्ट्री एक्टिविटी घोषित कर दिया है।
इसके अलावा कैंपा से इसके लिए बजट देने को भी मंजूरी दे दी है। इससे राज्य में हल्द्वानी जू, जसपुर टाइगर सफारी और कण्वाश्रम कोटद्वार में जू व रेस्क्यू सेंटर का काम जल्द शुरू हो पाएगा।
केंद्र ने इसके लिए कई तरह की शर्तें भी रखीं हैं। जिसमें पेड़ कम से कम काटने का ध्यान रखने को कहा है। इसके अलावा 40 प्रतिशत तक पेड़ वाली वन भूमि पर ही जू बनाने को कहा गया है। इसके अलावा वहां स्थानीय पेड़ पौधों की प्रजातियों को ही विकसित करने और ज्यादा से ज्यादा नेचुरल वातावरण रखने को कहा गया है। इसे अलावा वहां ईको फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन करना होगा।