देहरादून- शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात संगठन और सरकार के खिलाफ बागी तेवर दिखाने वाले खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन को भारी पड़ गयी। बातचीत के बदले चैम्पियन की ओर तिरछी नजर से मुख्यमंत्री के देखने का संदेश बेहद साफ था और इसे समझते हुए आनन-फानन में पार्टी नेतृत्व ने भी चैम्पियन को अनुशासनहीनता का नोटिस थमा दिया गया। उन्हें जवाब के लिए दस दिन की मोहलत दी गयी है।हरिद्वार जिला पंचायत की संचालन समिति को लेकर शुरू हुई खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन की नाराजगी समय-समय पर बाहर आती रही है। वह शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से नाराज हैं। चैम्पियन का कहना है कि भ्रष्ट लोगों के कहने पर मुख्यमंत्री प्रदेश खासकर हरिद्वार के हितों की अनदेखी कर रहे हैं।भ्रष्ट लोग से घिरे होने के कारण सीएम जाने अनजाने में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए अपने साथी विधायकों से भी चैम्पियन असंतुष्ट हैं और उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।चैम्पियन दिल्ली 13 फरवरी को पहुंच गये और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर ली।
इस मुलाकात के बाद उन्होंने खुलेआम मीडिया में बयान दिये और प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया। अमित शाह के साथ मुलाकात और मीडिया में दिये गये बयानों के बाद से ही लगने लगा था कि चैम्पियन के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।क्योंकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजट भट्ट ने 14 फरवरी को महामंत्री नरेश बंसल को इस प्रकरण की जांच करने को कह दिया था। इसके बावजूद चैम्पियन को समझाने का प्रयास चल रहा था। इसका कारण यह था कि संगठन चाहता था कि कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा की रीति और नीति को समझने का मौका दिया जाये।परंतु शुक्रवार को चैम्पियन अचानक मुख्यमंत्री के दून विश्विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंच गये।बगैर बुलाये चैम्पियन ने न केवल इस कार्यक्रम में भाग लिया बल्कि मंच पर जाकर सीएम से बात भी करनी चाही। नाराज सीएम ने चैम्पियन से कोई बात नहीं की, साथ ही उन्हें मंच से नीचे उतार दिया गया।
उन्होंने यहां तक कह दिया कि यह न तो मुलाकात का वक्त है और न ही बात करने का । उस समय सीएम त्रिवेन्द्र ने जिन नजरों से चैम्पियन को देखा था वह भी गौर करने लायक था। इसके बाद ही साफ हो गया था कि चैम्पियन के खिलाफ एक्शन तय है। इस घटना के महज दस 24 घंटे के अंदर भाजपा महामंत्री नरेश बंसल की ओर से कुंवर चैम्पियन को एक पन्ने का नोटिस जारी कर दिया गया।नोटिस में चैम्पियन के बयानों को प्रथमदृष्टया अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना गया है। जवाब के लिए पार्टी संविधान के अनुसार उन्हें भी दस दिन का समय दिया गया है। महामंत्री नरेश बंसल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर यह नोटिस जारी किया गया है।आगे की कार्रवाई चैम्पियन का जवाब आने पर होगी।