क्या भारत मे चाइना का माल कभी बन्द हो पायेगा

राज तिवारी
चाइना से आये माल से बाजार पटे हैं, सरकार चाइना से आने वाले सामान से विभिन्न प्रकार के टैक्सों के माध्यम से अच्छा मुनाफा भी कमा रही है। साथ ही इस माल की खरीद व्यापारी द्वारा अग्रिम भुगतान कर की जाती है। लेकिन अब चीन द्वारा हमारे देश की सीमाओं पर जो गतिविधियां की जा रही हैं। उनके बाद हमें चीन का विरोध आवश्यक होता जा रहा है।
ऐसे में इन दिनों सोशल मीडिया पर चाइनीज सामान कि खरीद न करने का उपभोक्ताओं पर दबाव बनाया जा रहा है। जो चाइना से ज्यादा देशी व्यापारियों के लिए नुकसानदेह होता नजर आ रहा हर।

लेकिन इस विरोध से किस पर कैसे प्रभाव पड़ेगा इस विषय पर किसी ने विचार नहीं किया ऐसा लगता है। क्योंकि जब माल का भारतीय व्यापारी द्वारा अग्रिम भुगतान और टैक्स भुगतान कर दिया गया है, तो अब चाइना को उपभोक्ता की खरीद न करने से कैसे नुकसान होगा? ये सोचनीय है। क्योंकि इसका सीधा नुकसान हमारे व्यापारी को होगा। जिससे कंही न कंही देश को भी बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना होगा। क्योंकि माल यदि व्यापारी के पास से बिका नहीं तो देश में अरबों का लेन देन ठप हो जाएगा। जिससे व्यापारी शायद बैंक से लिये लोन का भुगतान न कर सके। फिर इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को कोई सब्सिडी स्किम चलानी पड़े।

ऐसे में अब सोचना होगा कि वर्तमान में आवश्यक चाइना विरोध कैसे किया जाय? यदि सच में व्यापारी खरीद न करने चाइना को नुकसान पहुंचाया जा सकता है तो भारत सरकार को व्यापारिक सम्बन्ध को रोक नहीं देना चाहिए? जिससे त्वरित तौर पर चाइना को होने वाले नुकसान का आभास हो। उपभोक्ता यदि खरीद बन्द करते हैं तो भारतीय व्यापारियों को नुकसान होगा न कि चाइना को। क्योंकि चाइना अपने माल की कीमत व्यापारियों से ले चुका है और सरकार भी टैक्स वसूल चुकी है।

विषय की गम्भीरता को देखते हुए विरोध का कम नुकसान वाला रास्ता निकाले जाने की आवश्यकता है।

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