दून और गंगा घाटी में जोखिमों से मुकाबला करना सीखेंगे बीएसएफ के जांबाज प्रशिक्षु अफसर

देहरादून: बीएसएफ के जांबाज प्रशिक्षु अफसर दून और गंगा घाटी में जोखिम से मुकाबला करना सीखेंगे। बीआईएएटी में 116 प्रशिक्षु अफसरों के नए बैच का शुभारंभ हो गया है। बीआईएएटी के कमांडेंट महेश कुमार नेगी ने साहसिक, जोखिम और आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण का शुभारंभ किया हैं। डोईवाला स्थित बीएसएफ इंस्टीटयूट ऑफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग (बीआईएएटी) में सीओटी बीएसएफ अकादमी टेकनपुर के 116 प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। जिसके बारे में बात करते हुए कमांडेंट नेगी ने कहा कि, एसआई (डीई) प्रशिक्षु अफसरों को बदलते परिवेश में कठिन चुनौतियों का सामना करने में तैयार रहना होगा। साहस और दृढ़ संकल्पित होकर प्राकृतिक आपदाएं और दूसरी चुनौतियों का डटकर सामना करना होगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को व्हाइट वाटर राफटिंग, ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, कोनफिडेन्स जंप, बॉडी सरफिंग और अन्य एडवेंचर प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इंस्टीटयूट के प्रशिक्षक और इंस्ट्रक्टर के साथ ही अर्जुन अवार्डी पर्वतारोही और पर्यावरणविद् भी प्रशिक्षण देंगे।

कमांडेंट ने आगे कहा कि, बीएसएफ के विभिन्न मुख्यालयों एवं बटालियन के प्रशिक्षणार्थी (बीआईएएटी) देहरादून के तहत एडवेंचर और रेस्क्यू ट्रेनिंग लेते हैं। अब तक 5858 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। संस्थान में देश के विभिन्न सशस्त्र बलों और राज्य पुलिस के जवानों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में उप कमांडेंट आरएन भाटी, मनोज सुंदरियाल, पीके जोशी एवं एसके त्यागी, सहायक कमांडेंट पवन सिंह पंवार, अरुण कुमार, चिकित्सा अधिकारी डा. रजनीकांत सिंह आदि मौजूद रहिंगे।

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