ग्राहक बनकर एआरटीओ ऑफिस रुड़की पहुची ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, दलाल बोला बिना टैस्ट के हो जाएगा काम। एआरटीओ पर गिरी गाज

रुड़की- एआरटीओ कार्यालय रुड़की में पिछले काफी समय से मिल रही दलाली की शिकायतो की सच्चाई जानने और छापेमारी करने जब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की नितिका खंडेलवाल गुरुवार को ग्राहक के रूप में लाइसेंस बनवाने एआरटीओ कार्यालय पहुची तो दलाल रंगे हाथों पकड़े गए। दलाल ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को नही पहचान पाए और उनसे बोला कि बिना टैस्ट के ही लाइसेंस बन जायेगा साथ ही निर्धारित फीस से कई ज्यादा मांगने लगा। इतने में दलाल का नाम पता पूछा गया तो पता चला जिससे वो बात कर रहा है वो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट है।
इसकी जानकारी मिलते ही एआरटीओ कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। छापेमारी का पता चलते ही कार्यालय के बाहर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले दलाल आस-पास से गायब हो गए।

एआरटीओ ऑफिस पहुंचकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने डीएल के लिए कार्यालय के एक कर्मचारी से फॉर्म मांगा तो उसने बाहर से लेने को कहा। जिसके बाद बाहर बैठे एक दलाल ने वो 2 रुपये वाला फॉर्म 5 रुपये में दिया। इस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कार्रवाई करते हुए रुड़की एआरटीओ को जमकर फटकार लगाई।

नितिका ने बताया कि डीएल बनाने की फीस मात्र 1390 रुपये है, लेकिन दलाल इसके लिए 2400 वसूल रहे हैं। नितिका ने कहा कि कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियां ठीक से नही निभा रहे दलालो के भरोसे एआरटीओ कार्यालय चल रहा है। आम जनता के साथ नाइंसाफी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही ये भी कहा कि दोषी पाए गए दो कर्मचारियों और एआरटीओ शैलेश तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी हरिद्वार को भेजी जाएगी। इसके साथ ही मौके से फरार दलालों की जानकारी लेकर उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा, फिलहाल छापेमारी के बाद से दलालों की दुकानें सीज हो गयी हैं।

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