अमित शाह ने सभापति को सौंपी ‘वंदे मातरम’ का अपमान करने वाली घटनाओं की सूची, कांग्रेस–सपा–राजद समेत कई दलों के नेता शामिल
नई दिल्ली।
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन को एक औपचारिक पत्र सौंपकर राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के सम्मान से जुड़े ‘अस्वीकार्य आचरण’ की घटनाओं का विस्तृत रिकॉर्ड प्रस्तुत किया है। यह कदम सदन में वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूर्ण होने पर हुई चर्चा के बाद उठाया गया, जब कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने गृह मंत्री से विश्वसनीय विवरण सदन के पटल पर रखने का अनुरोध किया था।
अमित शाह ने अपने पत्र में 2018 से 2025 के बीच घटित नौ घटनाओं का उल्लेख किया है, जिनमें कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं से जुड़े मामले शामिल हैं। गृह मंत्री ने अनुरोध किया है कि इन तथ्यों को उच्च सदन के आधिकारिक रिकॉर्ड का हिस्सा बनाया जाए।
इन घटनाओं को राष्ट्रीय गीत के प्रति ‘अस्वीकार्य आचरण’ की श्रेणी में रखा गया
गृह मंत्री द्वारा सौंपे गए दस्तावेज में उन सभी मामलों का ब्यौरा है, जिनमें विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने वंदे मातरम का गान करने या उसका सम्मान करने से इनकार किया। इनमें कई बार धार्मिक कारणों का हवाला दिया गया, तो कई मामलों में कार्यक्रमों के दौरान गीत को रोके जाने या अनिवार्यता के विरोध की घटनाएँ शामिल हैं।
मुख्य घटनाएँ — किसने कब किया ‘वंदे मातरम’ का विरोध?
1. दिसंबर 2025 — कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद मेहदी ने वंदे मातरम गाने से इनकार किया। मसूद ने इसके पीछे धार्मिक कारण बताए।
2. 2019–2025 — सपा सांसद बर्क परिवार की बयानबाजी
2019 में सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने लोकसभा में शपथ के दौरान वंदे मातरम न गाने का ऐलान किया था।
2025 में उनके पोते जियाउर्रहमान बर्क ने भी इसी रुख का समर्थन किया।
3. 2019 — कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद
कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने धार्मिक आधार पर वंदे मातरम गाने से मना किया था।
4. 2018 — कांग्रेस रैली में गीत रोके जाने का आरोप
एक कांग्रेस रैली में वंदे मातरम को बीच में रोक दिया गया। आरोप है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने इसे एक पंक्ति में समाप्त करने के निर्देश दिए थे।
5. 2022 — कर्नाटक संविधान दिवस कार्यक्रम
कर्नाटक के तब के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर आरोप है कि उन्होंने संविधान दिवस समारोह के दौरान कार्यकर्ताओं को वंदे मातरम न गाने को कहा।
6. 2025 — सपा का आदेश वापसी की मांग
समाजवादी पार्टी ने स्कूलों में वंदे मातरम को अनिवार्य किए जाने वाले आदेश को रद्द करने की मांग की थी।
7. 2025 — बिहार विधानसभा में राजद विधायक का विरोध
राजद विधायक सऊद आलम ने बिहार विधानसभा में वंदे मातरम के लिए खड़े होने से इनकार कर दिया था।
अमित शाह द्वारा प्रस्तुत ये रिकॉर्ड अब राज्यसभा के आधिकारिक दस्तावेजों में शामिल किए जाने के लिए भेजे गए हैं। गृह मंत्री का कहना है कि राष्ट्रीय गीत के सम्मान का मुद्दा राजनीति से ऊपर है और इससे जुड़े तथ्यों को देश के सामने रखना आवश्यक है।



