विभागों को अपने आन्तरिक विभाजनों को समाप्त कर समन्वय से कार्य करने की नसीहत

देहरादून: एसीएस राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि जो कार्य मुख्यमंत्री की घोषणा में आ गये हैं वे स्वतः ही जनहित की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण हो गए हैं, इनके क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की कमी या अनावश्यक विलम्ब स्वीकार नही किया जाएगा। एसीएस ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं के तहत किये जाने वाले कार्य शीर्ष प्राथमिकता और समयबद्धता से पूरे किये जाने आवश्यक हैं। अपर मुख्य सचिव ने सचिवालय में मुख्यमंत्री की घोषणाओं के तहत पर्यटन विभाग, पंचायती राज्य विभाग, समाज कल्याण विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान अपर मुख्य सचिव रतूड़ी ने विशेषकर पर्यटन विभाग को अपने आन्तरिक विभाजनों को समाप्त कर यूटीडीबी (उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड), डीटीडीओ (जिला पर्यटन विकास अधिकारी), कन्सलटेंट्स और स्टेकहोल्डर्स को प्रभावी समन्वय के साथ कार्यो को पूरा करने की नसीहत दी। इसके साथ ही उन्होंने अपर सचिव पर्यटन को हर सप्ताह यूटीडीबी, जीएमवीएन, केएमवीएन के साथ वर्चुअल माध्यम से योजनाओं की धरातल स्तर पर समीक्षा के निर्देश दिए हैं। एसीएस ने कुमाऊँ क्षेत्र में पर्यटन विभाग के तहत किये जाने वाले मन्दिरों के सौन्दर्यीकरण के कार्यो को औचित्य के आधार पर मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन में समाहित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पंचायती राज विभाग, संस्कृति व धर्मस्व विभाग तथा समाज कल्याण विभाग को योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के निर्देश दिए हैं। बैठक में सचिव एस एन पाण्डेय, अपर सचिव पूजा गर्ब्याल, जगदीश काण्डपाल व सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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