कोटद्वार: फर्जी आधार कार्ड व फर्जी गवाहों के आधार पर भूमि धोखाधड़ी के वांछित आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित पर पांच हजार के इनाम की घोषित थी।
बता दें, मामले में लिप्त फर्जी आधार कार्ड से भू स्वामी प्रदीप सिंह बना किरणपाल घटना के बाद से ही फरार चल रहा था।
बीती वर्ष आठ नवंबर को मोहल्ला जौनपुर निवासी ज्ञानेंद्र कुमार अग्रवाल की ओर से कोतवाली में तहरीर दी गई थी। जिसमें कहा गया कि 29 सितंबर 2022 को एक व्यक्ति ने स्वयं को प्रेमनगर (देहरादून) निवासी प्रदीप सिंह बताते हुए कोटद्वार क्षेत्र के ग्राम लालपुर में 0.0160 हेक्टेयर भूमि का बैनामा उनके नाम पंजीकृत करवाया।
इस बैनामे के एवज में उन्होंने उक्त व्यक्ति को करीब 45 लाख रुपए दिए। बैनामा पंजीकृत होने के बाद देहरादून निवासी प्रदीप सिंह नेगी उक्त भूमि को अपना बता रहे हैं। तहरीर में स्पष्ट कहा गया कि उनके नाम भूमि का पंजीकृत बैनामा करवाने वाले व्यक्ति प्रदीप सिंह व गवाह रोहित सिंह के पैन कार्ड व आधार कार्ड फर्जी हैं। प्रदीप सिंह से उनका परिचय शिवपुर निवासी विनोद सिंह ने करवाया।
इस मामले में सात दिसंबर को पुलिस ने एच-185 सौरभ विहार (जैतपुर) नई दिल्ली निवासी अमित नेगी उर्फ गोल्डी, एच-185 सौरभ विहार निवासी राहुल सिंह और शिवपुर (कोटद्वार) निवासी विनोद उर्फ अनिल को गिरफ्तार किया गया है। मामले में लिप्त फर्जी आधार कार्ड से भूस्वामी प्रदीप सिंह बना किरणपाल घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। पुलिस लगातार किरणपाल की तलाश कर रही थी व उस पर पांच हजार का इनाम भी घोषित कर दिया था।
कोतवाली प्रभारी मणि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि किरणपाल को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह अपने वकील से मिलने कोटद्वार आया था। बताया कि किरणपाल मूल रूप से जिला सहारनपुर के थाना देवबंद के ग्राम जड़ौदाजट का रहने वाला है व वर्तमान में सौरभ विहार (जैतपुर) नई दिल्ली में किराए के कमरे में रह रहा था।