कोटद्वार। कोटद्वार में पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रसाशन ने कमर कस ली है। बुधवार को कोतवाली पुलिस द्वारा आमपड़ाव व लकड़ीपड़ाव 121 मकान मालिकों का किरायेदारों का सत्यापन न कराने पर चालान करे व कुल 12 लाख 10 हजार रुपये का चालान किया। जो न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस ने सभी भवन स्वामियों से अपने किरायेदारों का सत्यापन कराने की अपील की है।
जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगतराम जोशी के निर्देश पर थाना कोटद्वार क्षेत्रान्तर्गत बाहरी व्यक्तियों, किरायेदारों के सत्यापन के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी जोधराम जोशी के नेतृत्व में पुलिस की दो टीम गठित की गयी। सीओ जेआर जोशी ने बताया कि जिन मकान मालिकों द्वारा अपने किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराया गया है उनके विरूद्ध उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए दोनों टीमों ने 121 मकान मालिकों के चालान किये। साथ ही पुलिस ने 498 लोगों का सत्यापन किया। सीओ श्री जोशी ने भवन स्वामियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने किराएदारों का सत्यापन करवा लें। सत्यापन न होने की स्थिति में उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। ज्ञातव्य हो कि साल 2007 में बाहरी लोगों के सत्यापन के लिए पुलिस अधिनियम लागू किया गया था जिसके तहत फैक्ट्रियों और घरों में काम करने वाले बाहरी व्यक्तियों व किरायेदारों का सत्यापन कराने की जिम्मेदारी मकान मालिकों की थी। इसमें किरायेदारों के फोटो और अन्य जानकारी एक फार्म में भरकर थाने में जमा करना था। लेकिन पुलिस की लापरवाही और प्रचार-प्रसार के अभाव में दस साल बीतने के बाद भी यहां इस नियम का पालन नहीं हो पा रहा था। क्षेत्र में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं में बाहरी व्यक्तियों के शामिल होने के कारण स्थानीय लोगों की ओर से सत्यापन कराने की मांग फिर से उठने लगी थी।
इसके बाद पुलिस महकमा हरकत में आया। पुलिस ने सत्यापन को लेकर सुबह से ही अभियान चलाना शुरू किया। पुलिस टीम में सीओ जेआर जोशी, एसआई प्रदीप नेगी, रविंद्र सिंह नेगी, वैभव गुप्ता, अजय प्रकाश भट्ट, एसएचओ उत्तम सिंह जिम्मीवाल, एसएसआई मो0 युनूस, उपनिरीक्षक विवेक राठी, विनय मित्तल, अशोक सिरसवाल सहित पुलिस कर्मी मौजूद थे।