Trump Putin Talks: जेलेंस्की से अहम मुलाकात से पहले ट्रंप-पुतिन की फोन पर बातचीत, रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने की उम्मीदें तेज

वॉशिंगटन/मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अंतरराष्ट्रीय कूटनीति एक बार फिर सक्रिय हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से प्रस्तावित मुलाकात से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की है। इस बातचीत को दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फोन वार्ता की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा की। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने जेलेंस्की के साथ होने वाली बैठक से पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन से “बहुत अच्छी और सकारात्मक नतीजे देने वाली बातचीत” की है।

ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा,
“मैंने आज दोपहर एक बजे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से होने वाली बैठक से पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ फोन पर बेहद रचनात्मक बातचीत की। यह बैठक फ्लोरिडा स्थित मेरे आवास मार-ए-लागो के मुख्य डाइनिंग रूम में होगी। पत्रकारों को आमंत्रित किया गया है। इस महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।”

चार साल से जारी है रूस-यूक्रेन युद्ध

रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए संघर्ष को अब चार साल पूरे होने वाले हैं। अब तक दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की तमाम कोशिशें असफल रही हैं। एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध को जल्द समाप्त करने का दबाव बना रहे हैं, वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार अपने रुख पर अडिग रहने के संकेत दे रहे हैं। इस स्थिति में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पर भी अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता नजर आ रहा है।

इसी के चलते जेलेंस्की रविवार को एक बार फिर ट्रंप के साथ शांति समझौते के प्रस्ताव को लेकर चर्चा करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में युद्धविराम और भविष्य की रणनीति पर ठोस बातचीत हो सकती है।

रूस-यूक्रेन संघर्ष की ताजा स्थिति

अमेरिका की मध्यस्थता में शांति वार्ता का दौर जारी है, लेकिन इसके बावजूद जमीनी स्तर पर लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल के दिनों में रूस ने यूक्रेन के कई प्रमुख शहरों और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं।

कूटनीतिक स्तर पर तेज गतिविधियां

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की आज फ्लोरिडा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्रीय शांति योजना पर चर्चा करना है। जेलेंस्की पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वह इस योजना के लगभग 90 प्रतिशत बिंदुओं पर सहमत हैं।

जेलेंस्की ने उम्मीद जताई है कि नए साल से पहले इस संघर्ष को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधियों स्टीव व्हिटकॉफ और जैरेड कुश्नर के साथ हुई बातचीत को सकारात्मक बताया है, जिससे शांति समझौते के ढांचे और समय-सीमा को लेकर नए विकल्प सामने आए हैं।

वहीं, क्रेमलिन ने बताया है कि रूस के दूत किरिल दिमित्रिएव अमेरिकी प्रस्तावों का विश्लेषण कर रहे हैं। हालांकि, एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी का कहना है कि यह योजना उस प्रारूप से काफी अलग है, जिस पर रूस ने पहले बातचीत शुरू की थी।

इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा है कि “यूक्रेनी पक्ष के पास तब तक कोई अंतिम समझौता नहीं हो सकता, जब तक मैं उसे मंजूरी नहीं देता।”

जमीनी हालात अब भी चिंताजनक

शांति वार्ता के बावजूद युद्ध क्षेत्र में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। शनिवार (27 दिसंबर) तड़के कीव में रूसी ड्रोन और मिसाइल हमलों की नई लहर देखने को मिली, जिसमें कम से कम पांच लोग घायल हो गए। पूरे देश में हवाई हमलों का अलर्ट जारी रहा।

उत्तर-पूर्वी शहर खारकीव पर हुए हमलों में दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा रूस ने ओडेसा सहित यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे और समुद्री बंदरगाहों के आसपास ड्रोन व मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं।

दूसरी ओर, यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उसने रूस के दक्षिणी रोस्तोव क्षेत्र में स्थित नोवोशाख्तिंस्क तेल रिफाइनरी पर क्रूज मिसाइलों से हमला किया है। यह रिफाइनरी रूसी सैन्य अभियानों के लिए ईंधन आपूर्ति का प्रमुख केंद्र मानी जाती है।

कब्जे वाले इलाकों की स्थिति

रूसी सेना ने डोनेत्स्क क्षेत्र की स्विआतो-पोक्रोव्स्क बस्ती पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। इसके साथ ही यूक्रेनी सैनिकों को इस सप्ताह की शुरुआत में सीवर्स्क के पूर्वी हिस्से से पीछे हटना पड़ा।

सीवर्स्क पर रूस के कब्जे के बाद अब मॉस्को की सेना डोनेत्स्क के उन अंतिम यूक्रेनी गढ़ों—स्लोवियांस्क और क्रामाटोरस्क—के और करीब पहुंच गई है। वर्तमान में रूस डोनबास क्षेत्र में डोनेत्स्क के लगभग 75 प्रतिशत और लुहांस्क के करीब 99 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण होने का दावा कर रहा है।

निष्कर्ष

ट्रंप और पुतिन के बीच हुई बातचीत तथा जेलेंस्की के साथ प्रस्तावित बैठक से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उम्मीद जगी है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में कोई ठोस रास्ता निकल सकता है। हालांकि, जमीनी हालात और दोनों पक्षों की कठोर सैन्य कार्रवाई यह साफ करती है कि शांति की राह अब भी बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।

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