बिहार चुनाव 2025: एनडीए की सुनामी में ‘सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी की नैया डूबी, डिप्टी सीएम बनने का सपना चकनाचूर

बिहार चुनाव 2025: एनडीए की सुनामी में ‘सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी की नैया डूबी, डिप्टी सीएम बनने का सपना चकनाचूर

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राजनीति के कई बड़े समीकरण बदल दिए। इनमें सबसे बड़ा झटका लगा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुखिया और ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से मशहूर मुकेश सहनी को। एनडीए की प्रचंड लहर के बीच सहनी की राजनीतिक नैया पूरी तरह पलट गई। इतना ही नहीं, उनका डिप्टी सीएम बनने का सपना भी बुरी तरह बिखर गया।

15 सीटों में एक भी नहीं मिली जीत

इस चुनाव में वीआईपी ने 15 सीटों पर किस्मत आजमाई, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी। न तो वीआईपी का खाता खुला और न ही सहनी विपक्षी महागठबंधन (एमजीबी) के लिए मल्लाह समुदाय का वोट बैंक जोड़ पाए।

सहनी, जो कभी सेल्समैन और फिर बॉलीवुड सेट डिजाइनर से राजनीति के मैदान में उतरे, चुनावी रणनीति के केंद्र में थे। महागठबंधन ने उम्मीद की थी कि सहनी 10 प्रतिशत मल्लाह वोट को अपने पक्ष में मोड़ सकेंगे, लेकिन यह दांव उल्टा पड़ गया।

महागठबंधन को नहीं मिला सहनी की वापसी का लाभ

बीते चुनाव में सीट बंटवारे से नाराज होकर महागठबंधन छोड़ने वाले सहनी ने इस बार डिप्टी सीएम पद की मांग के साथ एमजीबी में वापसी की। लेकिन यह दांव महागठबंधन के लिए नुकसानदेह साबित हुआ।

  • सहनी से नया ‘एम’ (मल्लाह) जोड़ने की कोशिश विफल रही

  • पुराना ‘एम’ (मुसलमान) समीकरण भी टूट गया

सहनी की उम्मीद थी कि मल्लाह वोट महागठबंधन की ओर मुड़ेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उल्टे मुस्लिम मतदाता उनसे नाराज हो गए।

विवादित बयान बना भारी, मुस्लिम वोट खिसके

चुनाव प्रचार के दौरान सहनी के एक विवादित बयान ने मुसलमानों की नाराजगी बढ़ा दी। जब उनसे मुस्लिम डिप्टी सीएम न बनाए जाने के सवाल पर पूछा गया तो उन्होंने कहा—
“यह पद सिनेमा का टिकट नहीं है।”

एआईएमआईएम ने इस बयान को मुसलमानों का अपमान बताया। नतीजतन, मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन महागठबंधन से खिसक गया और इस बार एमजीबी केवल तीन मुस्लिम उम्मीदवार ही जिता सका।

रणनीति पर भारी पड़ा सोशल समीकरण

राजद ने सोच रखा था कि सहनी एनडीए के अति पिछड़ा वोट बैंक में सेंध लगाएंगे, जैसा कि वह पिछली बार एनडीए के साथ रहते हुए चार सीटें जीतकर कर चुके थे। लेकिन इस चुनाव में:

  • मल्लाह वोट महागठबंधन को नहीं मिले

  • 18% मुस्लिम वोट भी दूर हो गए

  • वीआईपी एक भी सीट नहीं जीत सकी

यानी, महागठबंधन की यह रणनीति पूरी तरह नाकाम साबित हुई।


कई सीटों पर रोमांच: कुछ ही वोटों से जीत-हार तय

27 वोट से जीत—बिहार की सबसे कम मार्जिन वाली सीट

संदेश विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी राधा चरण साह मात्र 27 वोट से जीते।

  • राधा चरण साह: 80,598 वोट

  • राजद के दीपू सिंह: 80,571 वोट

बसपा प्रत्याशी की 30 वोट से जीत

बसपा उम्मीदवार सतीश कुमार सिंह यादव ने भाजपा के अशोक कुमार सिंह को केवल 30 वोट से हराया।

  • सतीश यादव: 72,689 वोट

  • अशोक कुमार सिंह: 72,659 वोट

अगियौं में भाजपा की 95 वोट की जीत

भाजपा प्रत्याशी महेश पासवान ने सीपीआई (एमएल) के शिव प्रकाश रंजन को 95 वोट से मात दी।

  • महेश पासवान: 69,412 वोट

  • शिव प्रकाश रंजन: 69,317 वोट

बाहुबली आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की 112 वोट से जीत

नबीनगर सीट से जदयू प्रत्याशी चेतन आनंद ने राजद के आमोद कुमार सिंह को 112 वोट से हराया।

  • चेतन आनंद: 80,380 वोट

  • आमोद कुमार: 80,268 वोट

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