देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में एक बार फिर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। पार्टी हाईकमान ने गणेश गोदियाल को दोबारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाकर आगामी मिशन 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
गणेश गोदियाल अब नई प्रदेश कार्यकारिणी टीम के गठन की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने जा रहे हैं। इसके लिए वे जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे और संगठन को मजबूत बनाने के लिए सुझाव लेंगे।
गोदियाल ने कहा, “हमारा उद्देश्य संगठन को नई ऊर्जा और दिशा देना है। सभी वरिष्ठ नेताओं की राय लेकर हाईकमान की सहमति से एक सक्षम और संतुलित टीम बनाई जाएगी, जो 2027 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी।”
🔹 संगठन की पुरानी स्थिति
राज्य गठन के बाद से अब तक कांग्रेस में कई नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया है। हरीश रावत, यशपाल आर्य, किशोर उपाध्याय और प्रीतम सिंह ने अपने कार्यकाल में कार्यकारिणी गठित कर संगठन को दिशा दी।
वर्ष 2021 में गणेश गोदियाल को पहली बार अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने मौजूदा कार्यकारिणी में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया।
इसके बाद करन माहरा ने अध्यक्ष पद संभाला। उन्होंने नई कार्यकारिणी का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था, लेकिन मंजूरी न मिलने से यह प्रक्रिया अधर में रह गई। बाद में कुछ जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर विवाद हुआ, जिसे प्रदेश प्रभारी शैलजा ने निरस्त कर दिया।
🔹 मिशन 2027 की रणनीति
कांग्रेस अब आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की तैयारी में है। गोदियाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय करना और युवाओं को पार्टी से जोड़ना है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस इस बार युवा और वरिष्ठ नेताओं के मिश्रण वाली टीम बनाकर राज्य की सियासत में नई ऊर्जा भरने की कोशिश करेगी।
उत्तराखंड कांग्रेस का यह पुनर्गठन न केवल संगठन की मजबूती के लिए अहम है, बल्कि 2027 में सत्ता वापसी के लिए पार्टी की रणनीतिक नींव भी रखेगा।



