देहरादून |
उत्तराखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए आने वाले वर्षों के लिए एक स्पष्ट और स्वर्णिम रोडमैप प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने बीते ढाई दशकों में “अद्भुत विकास यात्रा” तय की है। उन्होंने राज्य को खेती, पर्यटन, योग और वैलनेस के क्षेत्र में नए अवसर तलाशने का सुझाव दिया।
🌾 भविष्य की खेती का विजन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर आधुनिक और वैल्यू बेस्ड कृषि की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। उन्होंने ब्लूबेरी, कीवी, हर्बल और औषधीय पौधों की खेती को “भविष्य की खेती” बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्वतीय जिलों में फलों के उत्पादन में बड़ी प्रगति हुई है, इसलिए अब इन क्षेत्रों में “हार्टीकल्चर हब” विकसित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए, जिससे किसानों की आय कई गुना बढ़ सकती है।
🏔️ वाइब्रेंट विलेज को बनाएं नया टूरिज्म सेंटर
पीएम मोदी ने सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन के नए अवसरों की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले जहां केवल दो हजार लोग पहुंचते थे, अब यह संख्या तीस हजार से अधिक हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 14 हजार फीट की ऊंचाई पर हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन जैसी गतिविधियां उत्तराखंड की नई पहचान बन रही हैं। उन्होंने सीमांत गांवों को “वाइब्रेंट विलेज” के रूप में विकसित कर इन्हें पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने की बात कही।
🧘♀️ योग, ध्यान और वैलनेस को स्थानीय नेटवर्क से जोड़ने की सलाह
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड योग, ध्यान और आध्यात्मिक साधना की धरती है। यहां के आश्रम, वैलनेस सेंटर और योग केंद्रों को लोकल नेटवर्क से जोड़कर एक “कंप्लीट वैलनेस पैकेज” तैयार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में योग केंद्र, नेचुरोपैथी संस्थान और होम-स्टे के मॉडल को अपनाकर युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसर खोले जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि फूड प्रोसेसिंग, हस्तशिल्प और आर्गेनिक उत्पादों के लिए MSME सेक्टर को सशक्त करना समय की मांग है।
⚙️ अद्भुत विकास यात्रा — अब स्वावलंबी उत्तराखंड
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि जब उत्तराखंड बना था, तब बजट केवल 4 हजार करोड़ रुपये का था और अधिकांश जरूरतें केंद्र की सहायता से पूरी होती थीं। अब राज्य का बजट 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुका है।
उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं। वैक्सीन कवरेज बढ़ा है, बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है और सड़क नेटवर्क में उल्लेखनीय विस्तार हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब उत्तराखंड को 12 महीनों के पर्यटन मॉडल की ओर बढ़ना चाहिए, ताकि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार दोनों को मजबूती मिले।
💬 “उत्तराखंड की संभावनाएं असीमित हैं”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा,
“उत्तराखंड की विकास यात्रा अद्भुत है। यह राज्य संभावनाओं की भूमि है। आने वाले 25 वर्ष उत्तराखंड को स्वर्णिम युग में प्रवेश दिलाने वाले होंगे।”
उन्होंने कहा कि राज्य के पास प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति, आध्यात्मिकता और मानव संसाधन — चारों ही ताकतें मौजूद हैं। जरूरत है इन सबको समन्वित रूप से जोड़कर एक नए “गोल्डन उत्तराखंड” की दिशा में आगे बढ़ने की।



