देहरादून |
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती (25 वर्ष) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देहरादून पहुंचे। फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (FRI) में आयोजित भव्य समारोह में पीएम मोदी ने राज्य को विकास की नई सौगातें दीं और उत्तराखंड की जनता के समर्पण की सराहना की। उन्होंने गढ़वाली भाषा में अपना संबोधन शुरू किया, जिससे कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों में जोश और उत्साह का माहौल बन गया।
🔹 8140 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर 8140 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये योजनाएं पेयजल, सिंचाई, तकनीकी शिक्षा, ऊर्जा, शहरी विकास, खेल, पर्यटन और कौशल विकास जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ी हैं।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने राज्य के 25 वर्ष पूरे होने पर एक स्मारक डाक टिकट (Commemorative Stamp) भी जारी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अब विकास की नई यात्रा पर है और डबल इंजन की सरकार राज्य के सामर्थ्य को नई दिशा देने में लगी है।
🔹 “गढ़वाली में बोलकर जीता दिल”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत गढ़वाली भाषा में करते हुए कहा —
“दीदी भुल्यों, दाणा सयाणों… आप सभी तैं म्यार नमस्कार।”
उनकी यह बात सुनकर पूरा सभास्थल तालियों से गूंज उठा। प्रधानमंत्री बीच-बीच में गढ़वाली में संवाद करते रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और खेल से जुड़ी परियोजनाएं उत्तराखंड की विकास यात्रा को नई गति देंगी।
🔹 “मेरा उत्तराखंड से गहरा लगाव है”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका उत्तराखंड से भावनात्मक रिश्ता है।
“मेरा उत्तराखंड से कितना गहरा लगाव है, यह आप सभी जानते हैं। जब मैं पहले यहां आता था, तो लोगों की लगन और ललक मुझे प्रेरित करती थी। इस राज्य ने मुझे उत्तराखंड की वास्तविक सामर्थ्य से परिचित कराया।”
उन्होंने आगे कहा कि 25 साल पहले राज्य का बजट केवल 4000 करोड़ रुपये था, जो अब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
“बिजली उत्पादन 4 गुना बढ़ गया है, सड़कों की लंबाई दोगुनी हो चुकी है, और जो राज्य कभी साल में 4000 हवाई यात्रियों को देखता था, आज एक दिन में उतने से ज्यादा यात्रियों का स्वागत करता है।”
🔹 “2047 तक विकसित भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा उत्तराखंड”
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड का हर गांव आज वैक्सीन कवरेज के दायरे में आ चुका है। यह बदलाव सबके सहयोग से आया है।
“2047 मा भारत तै विकसित देशों की लेन मा ल्ल्याण को मेरु उत्तराखंड मेरु देवभूमि पूरी तरह तैयार छ।”
(2047 में जब भारत विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा होगा, तब मेरा उत्तराखंड पूरी तरह तैयार रहेगा।)
🔹 “रजत जयंती प्रदर्शनी में दिखी उत्तराखंड की सफलता की गाथा”
प्रधानमंत्री ने रजत जयंती पर लगाई गई प्रदर्शनी का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें उत्तराखंड की सफलता की कहानी झलकती है। उन्होंने लोगों से इस प्रदर्शनी को देखने की अपील की।
“यह 25 साल की विकास यात्रा का प्रतीक है — जहां सीमित संसाधनों से आगे बढ़ते हुए उत्तराखंड ने आज नई ऊंचाइयों को छू लिया है।”
🔹 “आज का दिन लंबी तपस्या का फल”
प्रधानमंत्री ने कहा,
“नौ नवंबर का यह दिन एक लंबी तपस्या का परिणाम है। आज का दिन हमें गर्व और आत्मविश्वास का एहसास कराता है। उत्तराखंड की देवतुल्य जनता का यह सपना था जिसे अटल जी की सरकार ने 25 वर्ष पहले साकार किया।”
उन्होंने उत्तराखंड आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जिन वीरों ने राज्य के लिए अपना बलिदान दिया, आज उनके सपनों का उत्तराखंड विकसित हो रहा है।
🔹 सीएम धामी ने जताया आभार
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा केदारनाथ, भगवान बदरीनाथ, गोल्ज्यू देवता और महासू देवता सहित सभी देवताओं के आशीर्वाद से उत्तराखंड तेजी से प्रगति कर रहा है।
“प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को यह विश्वास दिलाया है कि भारत किसी से कम नहीं। उत्तराखंड भी वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में अपनी पूरी भागीदारी निभाने को तैयार है।”
🔸 निष्कर्ष
देहरादून में आयोजित इस ऐतिहासिक रजत जयंती समारोह ने उत्तराखंड के 25 वर्ष की विकास यात्रा का उत्सव मनाया। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने राज्यवासियों में गर्व और उत्साह का संचार किया। उनके शब्दों में —
“यह दशक उत्तराखंड का उत्कर्ष कालखंड है, और मुझे विश्वास है कि देवभूमि का हर नागरिक भारत के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएगा।”



