सीएम धामी ने किया सुशासन दिवस पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया सम्मानित

-मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार से किया गया सम्मानित

-व्यक्तिगत, सामुहिक एवं शासन, विधानसभा, राजभवन तीन श्रणियों में दिये गये पुरस्कार

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुशासन दिवस के अवसर पर सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आगे भी इसी मनोयोग से कार्य करते रहेंगे।

रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य स्मृति में मनाये जाने वाले “सुशासन दिवस“ की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष, ओजस्वी कवि, प्रखर वक्ता, उत्तराखंड के निर्माता, भारत रत्न श्रद्धेय, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना सम्पूर्ण जीवन जन सेवा के लिए समर्पित किया। कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में हो या एक व्यक्ति के रूप में हो, स्व. अटल जी का संपूर्ण जीवन, राजनीतिक या सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए ही नहीं अपितु समस्त देशवासियों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हैं। वे सच्चे अर्थों में भारतीय राजनीति में अजातशत्रु थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी ने देश के विकास के लिए अलग लकीर खींचने का काम किया। अटल जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने भारत में विकास की चेतना को जागृत कर अभूतपूर्व कार्य किये। सुशासन, सामाजिक सशक्तिकरण और समरसता अटल जी का जीवन दर्शन था। कहा कि अटल जी के नेतृत्व वाली सरकार ने ही उत्तराखंड राज्य की स्थापना कर हम सभी के सपने को साकार करने का काम किया था।

-मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2021-22 कैसे मिले…..जानें

व्यक्तिगत श्रेणी में 07 लोगों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2021-22 से सम्मानित किया गया। जिसमें विशाल मिश्रा, नगर आयुक्त, नगर निगम, रूद्रपुर, ऊधमसिंह नगर, डा. राजीव कुमार, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल, अजय सिंह, तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस०टी०एफ० देहरादून, डा० राजीव कुमार शर्मा वरिष्ठ परामर्शदाता (सर्जन), उप जिला चिकित्सालय, कर्णप्रयाग, चमोली, सुश्री दृष्टि आनन्द, खण्ड विकास अधिकारी, यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल, मनीष खत्री उप निरीक्षक, उत्तराखण्ड पुलिस, एस.ओ.जी., चम्पावत एवं नवीन कठैत, कांस्टेबल, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, कोतवाली, कर्णप्रयाग, चमोली शामिल हैं ।

सामूहिक श्रेणी में 11 पुरस्कार दिये गये। जिसमें पहला पुरस्कार श्रीमती राधा रतूड़ी (ग्रुप लीडर) अपर मुख्य सचिव, सचिवालय प्रशासन विभाग, उत्तराखण्ड शासन, देहरादून एवं टीम के सदस्य आर. के. सुधांशु, प्रमुख सचिव, अमित सिन्हा, निदेशक, आई.टी.डी.ए., विनोद कुमार सुमन, सचिव, राजीव जोशी, वरिष्ठ तकनीकी निदेशक एन.आई.सी., श्रीमती वन्दना डंगवाल, अनु सचिव शामिल हैं।

दूसरा पुरस्कार चन्देश कुमार (ग्रुप लीडर) आयुक्त एवं सचिव, राजस्व परिषद, उत्तराखण्ड, देहरादून, टीम के सदस्य मुहम्मद नासिर, उप राजस्व आयुक्त, अनूप सिंह नेगी, सहायक समीक्षा अधिकारी, पवन सिंह, मुख्य सहाय शामिल हैं।

तृतीय पुरस्कार सुरेन्द्र नारायण पाण्डे (ग्रुप लीडर) आवास आयुक्त, उत्तराखण्ड आवास एवं विकास परिषद देहरादून, टीम के सदस्य प्रकाश चन्द्र दुम्का, अपर आवास आयुक्त, आनन्द राम, अधिशासी अभियन्ता, श्रीमती बबीता शर्मा, मुख्य सहायक शामिल हैं।

चौथा पुरस्कार आशीष चौहान (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी, पिथौरागढ़ टीम के सदस्य गौरव कुमार, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, प्रशान्त कुमार, वित्त अधिकारी, मोहित लाल शाह, अपर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी शामिल हैं।

पांचवा पुरस्कार विजय कुमार जोगदण्डे (ग्रूप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी, पौड़ी गढ़वाल (महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के अन्तर्गत बेटी बचाओ-बेटी विषयक कार्यों हेतु“) टीम के सदस्य जितेन्द्र कुमार, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमती चन्द्रकान्ता काला, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुश्री प्रिति अरोड़ा, बाल विकास परियोजना अधिकारी, श्रीमती अंजू, बाल विकास परियोजना अधिकारी शामिल हैं।

छठा पुरस्कार विजय कुमार जोगदण्डे (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी, पौड़ी गढ़वाल, (जनपद पौड़ी गढ़वाल में स्वामित्व योजना क्रियान्वित किये जाने विषयक) टीम के सदस्य श्रीमती ईला गिरी, एडीएम पौड़ी गढ़वाल/नोडल अधिकारी, पूरण प्रकाश रावत, ए.एल.आर.ओ., श्रीमती सुशीला कोठियाल, तहसीलदार, जनपद पौड़ी गढ़वाल, मनजीत सिंह गिल, तहसीलदार यमकेश्वर, यशवीर सिंह, तहसीलदार धूमाकोट, विकास अवस्थी, नायब तहसीलदार, कोटद्वार शामिल हैं।

सातवा पुरस्कार श्रीमती स्वाती एस भदौरिया तत्कालीन जिलाधिकारी/अध्यक्ष जनपद आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, चमोली, उत्तराखण्ड एवं हिमांशु खुराना जिलाधिकारी/अध्यक्ष जनपद आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, चमोली, उत्तराखण्ड (ग्रूप लीडर), टीम के सदस्य श्रीमती कुमकुम जोशी, उप जिलाधिकारी, नरेन्द्र सिंह रावत, रजिस्ट्रार कानूनगो, राजवीर सिंह नेगी, अमीन तहसील, शिवराज सिंह रावत, सहायक मुख्य राजस्व लेखाकार शामिल हैं।

आठवा पुरस्कार श्रीमती श्वेता चौबे, आईपीएस (ग्रुप लीडर) तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, पुलिस कार्यालय गोपेश्वर, चमोली टीम के सदस्य महिला उपनिरीक्षक, ना०पु० मीता गुसांई, म0कान्स 15 ना०पु० ऊषा तथा म0कान्स0 35 ना०पु० नन्दी शामिल है।
उत्तराखण्ड सचिवालय, विधानसभा सचिवालय, उत्तराखण्ड राज्यपाल सचिवालय श्रेणी- तृतीय के तहत आशीष कुमार मिश्रा अनुभाग अधिकारी, उत्तराखण्ड सचिवालय तथा सुश्री रंजना, समीक्षा अधिकारी, उत्तराखण्ड सचिवालय देहरादून को पुरस्कार प्रदान किया गया।


व्यक्तिगत श्रेणी-1 में 06 लोगों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2020-21 से सम्मानित किया गया। जिसमें मयूर दीक्षित, तत्कालीन जिलाधिकारी, उत्तरकाशी, सुश्री युक्ता मिश्र, तत्कालीन उपजिलाधिकारी, नरेन्द्रनगर, टिहरी गढ़वाल कार्यालय उपजिलाधिकारी / परगना मजिस्ट्रेट नरेन्द्रनगर, प्रोफेसर कमल किशोर पाण्डे, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रूद्रपुर, डॉ० अनिता तोमर, प्रोफेसर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, माल देवता, रायपुर, देहरादून, पंकज कुमार उप्रेती, असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय, टनकपुर, चम्पावत, सुश्री विमी जोशी, सहायक परियोजना निदेशक, चम्पावत / प्रादेशिक विकास सेवा, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, चम्पावत शामिल हैं।

श्रेणी- तृतीय के तहत शासन/विधान सभा /राजभवन के अन्तर्गत सुश्री रंजना, समीक्षा अधिकारी उत्तराखण्ड सचिवालय, देहरादून को पुरस्कार प्रदान किया गया।

सामूहिक श्रेणी में 07 पुरस्कार प्रदान किये गये जिनमें शैलेश बगौली (ग्रुप लीडर), तत्कालीन सचिव, शहरी विकास विभाग, टीम के सदस्य विनोद कुमार सुमन, तत्कालीन सचिव (प्रभारी), शहरी विकास विभाग, ललित मोहन रयाल, तत्कालीन निदेशक, अशोक कुमार पाण्डेय अपर निदेशक शामिल हैं।

दूसरा पुरस्कार शैलेश बगौली (ग्रुप लीडर) तत्कालीन सचिव शहरी विकास विभाग (नगर निकाय सम्पत्ति कर प्रणाली, जी०आई०एस० मैचिंग द्वारा डिजिटलाइज किये जाने विषयक कार्य हेतु) टीम के सदस्य में विनोद कुमार सुमन, तत्कालीन सचिव (प्रभारी), ललित मोहन रयाल, तत्कालीन निदेशक, अशोक कुमार पाण्डेय, अपर निदेशक, कमलेश मेहता, तत्कालीन संयुक्त निदेशक, रवि पाण्डेय, अधीक्षण अभियन्ता शामिल हैं।

तृतीय पुरस्कार श्रीमती सोनिका (तत्कालीन मिशन निदेशक/राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) (ग्रुप लीडर) टीम के सदस्य में डा. सरोज नैथनी, निदेशक एन.एच.एम. शामिल हैं।

चौथा पुरस्कार श्रीमती ईवा आशीष श्रीवास्तव (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल टीम के सदस्य में अभिषेक रूहेला, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी, जेपी तिवारी मुख्य कृषि अधिकारी सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी, सोमाश कुमार गुप्ता, कृषि एवं भूमि संरक्षण, नरेन्द्रनगर, आनन्द सिंह भाकूनी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण शामिल हैं।

पांचवा पुरस्कार डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी देहरादून एवं तत्कालीन निदेशक, आईटीडीए आईटी पार्क टीम के सदस्य में श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी देहरादून एवं रामस्वरूप उनियाल डिप्टी जनरल मैनेजर (आईटी), स्मार्ट सिटी, देहरादून शामिल हैं।

छठा पुरस्कार श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी, देहरादून (ग्रुप लीडर) टीम के सदस्य में डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन जिलाधिकारी देहरादून एवं तत्कालीन निदेशक, आईटीडीए आईटी पार्कI

सांतवा पुरस्कार अभिषेक त्रिपाठी (ग्रुप लीडर) तत्कालीन अपर मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन टीम के सदस्य में डॉ. पंकज सिंह, स्टेट सर्विलास ऑफिसर शामिल हैं।

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