देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को नई दिल्ली में सैनिक संस्था के नेशनल वेनगार्ड के पहले शिखर सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने कहा की राष्ट्रीय सैनिक संस्था कई वर्षो से राष्ट्रीय एकता और चरित्र निर्माण के लिए समाज के हर नागरिक के मन में राष्ट्र प्रथम का भाव जगा रही है, जो प्रशंसनीय है।
राज्यपाल ने कहा की संस्था में वेनगार्ड के सदस्यों का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि वेनगार्ड के सभी सदस्य नेतृत्व, चिन्तन और विचारों से संगठन और समाज का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस नेशनल वेनगार्ड का प्रत्येक सदस्य उच्च क्षमतावान्, कर्तव्य निष्ठ, प्रशिक्षित, अनुशासित, ईमानदारी के प्रतीक समाज के लिए एक प्रेरणा और आदर्श है।
उन्होंने कहा की शिखर सम्मेलन मे उन विषयों को उठाया जाना जो राष्ट्रीय एकता और चरित्र निर्माण के लिए आवश्यक है, वह सराहनीय पहल है। कहा की अग्निपथ योजना मे जिस स्तर पर देश के युवा भाग ले रहे हैं आने वाले समय में उसके सुखद परिणाम दिखाई देंगे। भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में शामिल होने के लिए युवाओं में अपार स्नेह दिखाई दे रहा है। यह अत्यंत गौरव की बात है कि देश के युवाओं मे देश की सेवा करने का कितना जज्बा है।
उन्होंने इस दौरान समान नागरिक संहिता, परिपत्र अथर्व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्धों, प्रारंभिक सैन्य प्रशिक्षण जैसे विषयों पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जिस बच्चे को प्रारम्भिक सैनिक प्रशिक्षण मिलेगा वो राष्ट्रीय अस्मिताए देश प्रेम,कतर्व्य परायणता की भावना से पूर्ण होगा। स्कूलों में प्रारम्भिक सैनिक प्रशिक्षण कराया जाना जरूरी है जो राष्ट्र की मजबूत नींव के लिए बहुत आवश्यक है। शिखर सम्मेलन में वेनगार्ड के कई सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी सहित पदाधिकारी गण और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।