नैनीताल: नैनीताल जिले में वर्षों से नियमों को ताक पर रखकर एक ही जगह पर कुंडली जमाए बैठे सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है। नैनीताल जिलाधिकारी वंदना ने नैनीताल, धारी, कोश्यांकुटौली, रामनगर और हल्द्वानी में लंबे समय से तैनात 18 पटवारी और 21 लेखपालों का तबादला कर दिया है।
ऐसे में पटवारियों और लेखपालों में हड़कंप मच गया है। बताते चलें कि लंबे समय से जिला प्रशासन को विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीणों के माध्यम से उक्त क्षेत्रों के लेखपालों और पटवारियों की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। जांच के बाद जिलाधिकारी ने पांचों तहसीलों में तैनात 21 लेखपालों और 18 पटवारियों को तबादला अन्यत्र स्थानों पर कर दिया है।
जिलाधिकारी वंदना के अनुसार, पटवारी और लेखपाल सेवा नियमावली के तहत, कर्मचारी एक ही तहसील में पांच साल से ज्यादा नहीं रह सकते हैं और तीन साल से ज्यादा एक सर्कल में नहीं रह सकते हैं, लेकिन नैनीताल जिले की विभिन्न तहसीलों में कई सालों से पटवारी लेखपाल जमे हुए थे। कई तो 10 से 15 साल से उसी जगह पर बने हुए थे।
जिलाधिकारी के मुताबिक, कई बार क्षेत्र के आम लोगों की शिकायतें मिली थी कि जमीन या अन्य मामलों में उन्हें दिक्कतें आ रही हैं लेकिन समाधान नहीं मिल रहा। यही वजह है कि 18 पटवारियों और 21 लेखपालों के तबादले कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी के आदेश में सभी कर्मचारियों को तत्काल चार्ज लेने के लिए निर्देशित किया गया है।