दिवंगत महिला पुलिस कर्मी के बच्चों को DGP ने सौंपा एक करोड़ रुपए का चेक

देहरादून: डीजीपी दीपम सेठ ने आज पंजाब नेशनल बैंक के सौजन्य से दिवंगत अपर उपनिरीक्षक कान्ता थापा के आश्रितजन को एक करोड़ रुपये की दुर्घटना बीमा राशि का चेक सौंपा। उल्लेखनीय है की पुलिस सैलरी पैकज योजना के अन्तर्गत विभिन्न बैंकों के साथ पुलिस कार्मिकों का वेतन खातों पर रुपए एक करोड़ का दुर्घटना बीमा अनुमन्य किया गया है।

सनद रहे की उत्तरकाशी में नियुक्त रहीं अपर उपनिरीक्षक स्व0 कान्ता थापा का विगत 20 जुलाई  को कांवड़ मेला ड्यूटी में कर्तव्य निर्वहन के दौरान हरिद्वार बाईपास रोड, देहरादून पर एक सड़क दुर्घटना में आकस्मिक स्वर्गवास हो गया था। उक्त के क्रम में आज डीजीपी दीपम सेठ, ने दिवंगत कान्ता थापा के आश्रितजनों (बच्चों) कु0 करिष्का मोहन थापा व परिचय थापा से पुलिस मुख्यालय में मुलाकात कर उनकी शिक्षा, जॉब व आवास से सम्बन्धित आवश्यकताओं के बारे में जानकारी हासिल की। डीजीपी  ने कान्ता थापा के असामयिक निधन पर गहन संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में उनकी कर्तव्यनिष्ठा व योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने दोनों बच्चों की शिक्षा और भविष्य को लेकर हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही दिवंगत कान्ता थापा के आश्रितों को मिलने वाली पारिवारिक पेंशन एवं समस्त वित्तीय प्रकरणों को यथाशीघ्र निस्तारित करने हेतु पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी को निर्देशित किया।

डीजीपी सच्चिदानन्द दुबे, जनरल मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक व अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में दोनों बच्चों को दुर्घटना बीमा राशि रुपए एक करोड़ का चेक पुलिस सैलरी पैकज योजना के अन्तर्गत प्रदान किया गया। डीजीपी ने पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों का इस योजना के लिए विशेष आभार जताया। डीजीपी ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस न केवल कर्मियों के कर्तव्य पालन में सहयोगी है, बल्कि उनके और उनके परिजनों के कल्याण और सुरक्षा के लिए भी पूरी तरह समर्पित है। यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम अपने प्रत्येक पुलिसकर्मी और उनके परिवार को सम्मान, समर्थन और हर संभव सहायता प्रदान करें।

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