देहरादून: विज्ञापनों में झूठे दावे करने वाले उत्तराखंड के 41 डॉक्टरों को उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने नोटिस जारी किया है। मेडिकल काउंसिल ने चेताया है कि इसके बाद भी वह न माने तो कार्रवाई की जा सकती है।
दरअसल, प्रोफेशनल कंडक्ट, एटीक्यूट एंड एथिक्स रेगुलेशन 2002 के तहत कोई भी डॉक्टर न तो अपनी तस्वीर किसी विज्ञापन में प्रकाशित करा सकता है और न ही कोई बरगलाने वाला दावा कर सकता है।
कई डॉक्टर ऐसे हैं जो कि किसी एक विषय के स्पेशलिस्ट हैं लेकिन अपने विज्ञापन में कई-कई दावे कर रहे हैं। कई डॉक्टर ऐसे हैं जो कि रेगुलेशन का उल्लंघन करते हुए अपनी बड़ी तस्वीरों के साथ विज्ञापन प्रकाशित, प्रसारित करा रहे हैं।
मेडिकल काउंसिल की एथिकल एंड डिसीप्लीनरी कमेटी के सदस्य सचिव डॉ. डीडी चौधरी का कहना है कि वह लगातार इन विज्ञापनों की निगरानी करते हैं। सितंबर से यह प्रक्रिया चल रही है।
जो भी डॉक्टर अपनी तस्वीर प्रकाशित कर रहा है या फिर मरीज को गुमराह करने वाला विज्ञापन प्रकाशित कर रहा है, उसे रेगुलशन के नोटिस जारी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 41 डॉक्टरों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हमने अब तक 41 डॉक्टरों को नोटिस जारी किए हैं। रेगुलेशन के तहत अगर एक बार नोटिस पर भी कोई डॉक्टर रेगुलेशन का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हमने डॉक्टरों को इसके प्रति सजग रहने को भी कहा है।