देहरादून: नगर निगम के सिविल लाइंस जोन में तैनात कर्मचारी को दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव जगतपुर, बुराड़ी निवासी इंद्रजीत के रूप में हुई है।
दरअसल, एमसीडी ने एक इमारत को सील करने के बाद उस पर 20 लाख का जुर्माना लगाया था। इंद्रजीत ने जुर्माने की रकम को 5.16 लाख रुपये करवाने के बदले दो लाख की रिश्वत मांगी थी। जिसपर बिल्डिंग के मालिक ने की शिकायत दर्ज की थी| जिस पर एसीबी ने कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं।
एंटी करप्शन ब्रांच के मुखिया मधुर वर्मा ने बताया कि शनिवार को सिविल लाइंस निवासी एक व्यक्ति ने एमसीडी के एलडीसी के दो लाख रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। पीड़ित ने बताया कि पिछले माह 26 जुलाई को उसकी इमारत को एमसीडी ने सील कर दिया था। पीड़ित एमसीडी के दफ्तर गए तो वहां उन्हें इंद्रजीत मिला। उसने जुर्माने को 75 फीसदी कम करवाने की बात की। बदले में उसने दो लाख की रिश्वत की मांग की।
पीड़ित ने बातचीत होने के बाद इसकी शिकायत एसीबी से करने का मन बनाया। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने टीम का गठन कर शनिवार को आरोपी इंद्रजीत को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर एसीबी की टीम ने छानबीन शुरू कर दी है।