नए जिलों के गठन को लेकर बोले हरदा, हम चूक गए, लेकिन धामी के सामने सिकंदर बनने का मौका

देहरादून: नए जिलों के गठन को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान के बाद प्रदेश में सियासत गरम हो गई है। जहा कुछ लोग धामी का समर्थन कर रहे है तो वही कुछ लोग उनपर निशाना साध रहे हैं| इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मुद्दे पर अपनी टिपण्णी दी हैं|

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी नए जिलों के गठन को लेकर वाकई गंभीर हैं तो बधाई के पात्र हैं, नहीं तो यह भर्ती घोटाले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए एक शिगूफा है।

रावत ने कहा हमारी सरकार ने 11 जिलों के प्रस्ताव बनाकर रखे हैं। तहसीलों और पटवारी हलकों के प्रस्ताव भी तैयार हैं। हम चूक गए, लेकिन धामी के सामने सिकंदर बनने का मौका है।

बता दें, कांग्रेस की सरकार ने भी नए जिलों के गठन का मामला उठा था। 2022 के विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बाकायदा इसे घोषणापत्र में शामिल किया था। हालांकि 21 साल बाद भी आज तक एक नया जिला नहीं बन पाया। वर्तमान में उत्तराखंड दो मंडल, 13 जिले, 110 तहसीलें और 18 उप तहसीलें हैं। 

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